Judge Jyotsna Rai Dies || पहले सरकार से मांगी मदद, नहीं मिली तो परेशान होकर महिला जज ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, सुसाइड नोट पर लिखी यह बात
न्यूज हाइलाइट्स
Judge Jyotsna Rai Dies || उत्तरप्रदेश के बदायूँ में अपने सरकारी आवास पर शनिवार को सिविल कोर्ट के एक जज की कथित तौर पर आत्महत्या कर ली गई। जस्टिस ज्योत्सना राय मऊ की रहने वाली थीं लेकिन एक साल से उनकी तैनाती बदायूँ में थी। सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो उसके सहयोगियों ने पुलिस को सूचित किया। घटना की खबर मिलते ही जिला जज, एसएसपी और न्यायिक अधिकारी जज के आवास पर पहुंच गये.
फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और नमूने एकत्र किए। जस्टिस राय ने एक साल पहले ही अयोध्या से बदायूँ में अपनी पोस्टिंग ली थी। यह उनकी दूसरी पोस्टिंग थी. खबर लिखे जाने के वक्त जज के आवास पर बड़ी संख्या में न्यायिक कर्मी और वकील मौजूद थे.
कुछ महीनों पहले महिला #जज ने सिस्टम से परेशान होकर ख़ुदकुशी की इजाज़त माँगी थी, आज उत्तर प्रदेश के #बदायूँ में महिला जज ज्योत्सना राय ने अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली। ज़िले के बड़े अफ़सरान मौक़े पर…छात्र, अफ़सर, यहाँ तक की जज भी आत्महत्या कर रहे हैं। चिंता का… pic.twitter.com/tjWlCRSmBs
— Mamta Tripathi (@MamtaTripathi80) February 3, 2024
कमरे से मिला सुसाइड नोट
पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट उनके घर से मिला है। इससे परिस्थितियां आत्महत्या की ओर संकेत करती हैं। जिला न्यायाधीश पंकज अग्रवाल, डीएम मनोज कुमार, एसएसपी आलोक प्रियदर्शी सहित कई अधिकारी और न्यायाधीश इसकी सूचना पर पहुंचे। ज्योत्सना के पिता अशोक कुमार राय शाम करीब साढ़े पांच बजे अपनी पत्नी के साथ घर पहुंचे। महिला जज का शव देर शाम तक पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा गया, जब तक उनके भाई और परिवार के अन्य सदस्यों का इंतजार था।