BJP Government || बीजेपी सरकार ने बंद की कांग्रेस सरकार की यह योजना, 1 जनवरी के बाद नहीं मिलेगा लाभ, जानिए
न्यूज हाइलाइट्स
BJP government has stopped this scheme of Congress government || राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकारें बनी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भजन लाल शर्मा को राजस्थान राज्य का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया। राजस्थान के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पद पर बैठते ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं को लागू किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में पूर्व सीएम अशोक गहलोत सरकार की एक योजना को समाप्त करने का आदेश दिया है। गहलोत सरकार की योजना 31 दिसंबर को समाप्त होगी।
कांग्रेस सरकार की यह योजना CM भजनलाल ने रोकी || BJP Government
आपको बता दें कि राजस्थान की भजन लाल सरकार ने 2021-22 में शुरू की गई राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को समाप्त करने का आदेश दिया है। 31 दिसंबर 2023 से गहलोत सरकार ने Rajiv Gandhi Yuva Mitra Internship Program को बंद कर दिया जाएगा।
क्या है राजीव गांधी इंटरनेशनल स्कीम, जो फिलहाल बंद है? || BJP Government
युवाओं को पूर्ववर्ती गहलोत सरकार द्वारा शुरू किए गए राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा छह महीने से दो वर्ष तक इंटर्नशिप दी जाती थी। इंटर्नशिप के बाद युवाओं को सोशल मीडिया पर सरकारी कार्यक्रमों का प्रचार करना था। इसके अलावा, योजना में शामिल होने वाले युवा घर-घर जाकर सरकारी योजनाओं की जानकारी देते थे, नाम जुड़वाते थे, कार्ड बनाते थे। इस दौरान युवा लोगों को सरकार द्वारा प्रति महीने ₹10,000 की तनख्वाह दी जाती थी। लेकिन भजनलाल सरकार ने इस योजना को अस्वीकार कर दिया है।
अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी सरकार द्वारा राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को बंद करने पर ट्विटर पर पोस्ट कर प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने लिखा है की- राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे करीब 5,000 युवाओं की सेवाएं समाप्त करना उचित नहीं है। ये युवा सरकार की योजनाओं के बारे में जागरुक हैं एवं सरकार की काफी मदद कर रहे हैं। नई सरकार को इस योजना के नाम से परेशानी थी तो राजीव गांधी सेवा केन्द्रों की भांति नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर सकती थी।
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