Naamkaran || भूलकर भी बच्चे का नाम रखते समय न करें ये 3 गलतियां, जिंदगीभर होगा पछतावा
Last Updated:
न्यूज हाइलाइट्स
Naamkaran || सनातन धर्म में इंसान के Naamkaran का विशेष महत्व बताया गया है. नाम किसी व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक संरचना को व्यक्त करते हैं. व्यक्ति का नाम केवल संयोग नहीं है, बल्कि यह उसके कर्म और संस्कारों का भी संयोजन है. जीवन में सारा आकर्षण, रिश्ते, उतार-चढ़ाव नाम पर निर्भर करते हैं. इसलिए जब भी आपके घर में किसी शिशु का नामकरण किया जाए तो उसमें तीन गलतियां कभी नहीं करनी चाहिए. बच्चे का जन्म होते ही माता-पिता की ज़िंदगी बहुत मुश्किल हो जाती है।
माता-पिता को अपने बच्चे को एक सुंदर नाम देना सबसे पहले आता है। वह ऐसा करने से पहले घर के पंडित या दोस्तों को फोन करते हैं। सब पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे का नाम सुंदर और अर्थपूर्ण हो। माना जाता है कि व्यक्ति का नाम और काम उसे अलग करता है। नाम ही व्यक्ति को व्यक्त करता है। यही कारण है कि आपके बच्चे को गलत नाम देने से लोग हंस सकते हैं।
1. नाम का कोई न कोई अर्थ जरूर होना चाहिए. यह अर्थ उर्जावान होना चाहिए. केवल मनोरंजक या ग्लैमरस नाम नहीं रखने चाहिए.
2. कोशिश करें कि नाम लम्बा होना चाहिए. अगर नाम के साथ उपनाम भी जोड़ दें तो यह और भी अच्छा होगा.
3. नाम का छोटा स्वरूप या निकनेम एक ही तरह के दो अक्षरों या आगे पीछे के अक्षरों से बने तो यह चमत्कारी परिणाम दे सकता है.
ये भी ख्याल रखें कि हस्ताक्षर करते समय अपना नाम पूरा लिखें और इसमें प्रत्येक अक्षर स्पष्ट दिखाई दे. आढ़े-टेढ़े हस्ताक्षर करने से बचें. अगर आप अपना स्वभाव नाम के अनुरूप रखते हैं तो इसके बेहतरीन परिणाम मिलते हैं. विपरीत स्वभाव रखने पर जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है.
विज्ञापन