Free Wi-Fi: आज के दौर में जहां भारत डिजिटल की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में आप यरपोर्ट हो, मॉल हो या फिर कोई कॉफी शॉप, इंटरनेट डेटा खत्म होने पर हम सभी की पहली तलाश यही होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह मुफ्त का इंटरनेट आपको कितना महंगा पड़ सकता है? क्या यह वाकई में फ्री है, या फिर आप किसी बड़े स्कैम के जाल में फंसने जा रहे हैं? आजकल Public Wi-Fi का इस्तेमाल आपकी निजी सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है।
हैकर्स ने आजकल लोगों को फंसाने के लिए एक नई तकनीक विकसित कर ली है। वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नकली वाई-फाई हॉटस्पॉट बनाते हैं, जिनका नाम बिल्कुल असली नेटवर्क जैसा ही होता है, जैसे ‘Free Airport Wi-Fi’ या ‘Starbucks_Free’। जैसे ही आप बिना सोचे-समझे इससे कनेक्ट होते हैं, आपका सारा डेटा, पासवर्ड, बैंक डिटेल्स और यहां तक कि पर्सनल तस्वीरें भी हैकर्स के हाथ लग जाती हैं। यह एक बहुत खतरनाक Wi-Fi Scam है, जिसके बारे में हर किसी को पता होना चाहिए।
आपको पता है यह स्कैम काम कैसे करता है? हैकर एक आकर्षक नाम वाला नकली नेटवर्क बनाता है। आप उसे असली समझकर कनेक्ट करने के लिए अपनी कुछ डिटेल्स डालते हैं और बस, उनका काम हो जाता है। इसके बाद आप अपने फोन पर जो कुछ भी करते हैं, हर जानकारी हैकर के सर्वर से होकर गुजरती है। इसे तकनीकी भाषा में ‘मैन-इन-द-मिडिल अटैक’ कहते हैं। यानी आप समझते हैं कि आप सीधे इंटरनेट से जुड़े हैं, लेकिन असल में एक हैकर बीच में बैठकर आपकी हर गतिविधि पर नजर रख रहा होता है, जो आपकी Cyber Security के लिए एक बड़ा खतरा है।
तो सवाल उठता है कि इस खतरे से कैसे बचें? सबसे पहला और जरूरी कदम है कि आप हमेशा सतर्क रहें। किसी भी जगह Free Wi-Fi से जुड़ने से पहले वहां के स्टाफ से पूछकर नेटवर्क का सही नाम कन्फर्म कर लें। हमेशा पासवर्ड से सुरक्षित नेटवर्क को ही प्राथमिकता दें। नेटवर्क के नाम की स्पेलिंग ध्यान से देखें, क्योंकि हैकर्स अक्सर ‘Starbuck’ को ‘Starbucks’ जैसी छोटी-मोटी गलती करके आपको फंसाते हैं। कभी भी पब्लिक वाई-फाई पर नेट बैंकिंग या कोई भी संवेदनशील काम न करें।
अगर आपको पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करना ही पड़े, तो वीपीएन (VPN) का उपयोग करें, क्योंकि यह आपके डेटा को एन्क्रिप्ट कर देता है, जिससे हैकर उसे पढ़ नहीं पाता। लेकिन सबसे सुरक्षित तरीका यही है कि जब भी कोई जरूरी या वित्तीय काम करना हो, तो पब्लिक वाई-फाई की जगह अपने मोबाइल डेटा का ही इस्तेमाल करें। यह कोई मामूली बात नहीं है, एफबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में साइबर क्राइम की वजह से लोगों ने करीब 16 बिलियन डॉलर गंवा दिए। इसलिए अगली बार जब Data Protection की बात आए, तो याद रखें कि फ्री वाई-फाई कभी-कभी सबसे महंगा पड़ सकता है।