Chamba Pangi News: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी में हुई बर्फबारी के बाद बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। अभी तक घाटी के कई क्षेत्रों में बिजली बहाल नहीं हुई है । वहीं बिजली बोर्ड की माने तो विभाग के कर्मचारी लगातार जगह-जगह क्षतिग्रस्त हुई बिजली की लाइनों को सुचारू करने में जुटे हुए हैं। लेकिन हमारे पास आ रही फोटो का वीडियो तो ऐसा देखा नहीं जा रहा है । क्योंकि घाटी के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग स्वयं बिजली के खंबे पर चढ़कर लाइन ठीक कर रहे हैं। ताजा ही मामला सहाली पंचायत के मौझी गांव से सामने आया हुआ है । जहां पर पिछले एक महीने से बिजली व्यवस्था ठप पड़ी हुई है । ऐसे में ग्रामीणों द्वारा बार-बार बिजली बोर्ड के अधिकारियों से मांग करने के बावजूद भी बिजली व्यवस्था सुचारू नहीं हुई तो खुद ग्रामीणों ने इस बात का जिम्मा उठाया और प्रजामंडल के सदस्यों की ड्यूटी लगा दी गई। हालांकि बिजली लाइन सुचारु करने के बावजूद भी अभी तक गांव में बिजली नहीं पहुंची हुई है । बिजली बोर्ड की माने तो साच पावर हाउस से सहाली तक जगह-जगह लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। ऐसे में और अधिक समय बिजली बहाल होने में लग सकता है।
इससे पहले ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत मिंधल से सामने आया हुआ था जहां पर दो सप्ताह से बिजली व्यवस्था ठप होने के कारण बिजली बोर्ड के कर्मचारियों बिजली बहाल करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे। ऐसे में जब गांव के युवाओं ने इसे खुद की जिम्मेवारी मानते हुए मिंधल के नौतोड़ नामक स्थान से गांव के हर घर तक बिजली की लाइन को सुचारु किया तो उसे बाद बिजली बहाल हो पाई। बड़ी हैरानी की बात है कि लाखों की तनख्वाह लेने वाले बिजली बोर्ड के कर्मचारी बर्फबारी की आड़ में लोगों को अंधेरे में धकेल रहे हैं।
इस तरह की फोटो वीडियो जब हमारे पास आई तो हमने इसके पीछे पड़ताल शुरू कर दी पड़ताल में पंगवाल एकता मंच के अध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर ने बताया कि मौझ़ी के राजकुमार नाम के व्यक्ति ने वीडियो वह फोटो उन्हें भेजे हुए है। जिसमें देखा जा सकता है कि प्रजामंडल का सदस्य बिजली के खंबे पर चढ़कर लाईन ठीक कर रहा है। वही इस संबंध में जानकारी देते हुए बिजली बोर्ड मंडल पांगी के अधिशासी अभियंता सुनील चंदेल ने बताया कि बोर्ड की ओर से ग्रामीणों को इस तरह का कार्य करने के आदेश नहीं दिए गए हैं । लेकिन यह एक जोखिम भरा कार्य हो सकता है । उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से आग्रह किया है वह है कि बिजली के खंभों पर चढ़कर अपनी जान को जोखिम में ना डालें । बोर्ड की ओर से बिजली बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है । जगह-जगह लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण बोर्ड के कर्मचारियों को अधिक समय लग रहा है।