Chamba News: चंबा: हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में एक खच्चर मालिक ने चौकाने वाले करानामें को अंजाम देकर सबको हैरत में डाल दिया है। एक ही खच्चर के सहारे करोड़ों रुपए की कमाई कर डाली लेकिन बाद में उस कमाई को बांट दिया। मामले की जांच करने में जुटी खुद हैरान परेशान है। मामला सामने आया है। जल्द ही कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है जिला चंबा के चुराह की ग्राम पंचायत सनवाल में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। हैरान करने वाली बात है कि एक खच्चर के माध्यम से एक व्यक्ति ने डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर डाली। मामले की जांच में जुट पुलिस खुद इस मामले के सामने आने पर हैरान है। फिलहाल मामले की जांच जारी है तो कई और चौंकाने वाले खुलासे होने की बात कही जा रही है। भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है पूर्व पंचायत प्रतिनिधि की मिलीभगत से सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लगाने का चौकाने वाला मामला सामने आया है।
पुलिस थाना तीसा के प्रभारी अशोक कुमार की जांच में यह खुलासा हुआ है कि सनवाल पंचायत के एक बीपीएल परिवार के खच्चर मालिक ने बीते पांच वर्षों में पंचायत के हुए विभिन्न सरकारी विकास कार्यों में माध्यम से सरकारी खजाने को 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार का चूना लगाया है। जानकारी अनुसार 20 जनवरी को पुलिस थाना तीसा में ग्राम पंचायत सनवाल के 6 लोगों ने शिकायत की कि उनकी पंचायत में वेंडरों का सहारा लेकर कुछ पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों ने भ्रष्टाचार के खेल खेला है। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से मांग की कि बीते 20 वर्षों में सनवाल पंचायत में जो भी विकास कार्य हुए है उनकी जांच की जाए तो पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। शिकायत पत्र में 6 बैंडरों के नाम शामिल है जिनके सहारे भ्रष्टाचार को अंजाम दिए जाने की बात कही गई है।
इसमें लेखराज पुत्र राम निवासी गांव कंडोलू डाकघर सनवाली तहसील चुराह का नाम भी शामिल है। शिकायत पर जब तीसा पुलिस ने जांच शुरू की तो यह चौकाने वाला खुलासा हुआ है सरकारी कागजों में जिस बैंडर दर्शा कर बीते पांच वर्षों में सरकारी खजाने से 1 करोड़ 53 लाख 55 हजार रुपए की पेमेंट डाली गई है वह वास्तव में बीपीएल परिवार से संबंधित है और उसके पास एक ही खच्चर है। शंका होने पर पुलिस ने जब इस मामले की तह तक जाने का फैसला लिया तो यह भी पता चला कि जो सरकारी पैसा इस बैंडर के खाते में सरकारी कार्य के बदले डाला गया उसे बाद में पंचायत के पूर्व प्रतिनिधि व उसके रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर किया गया है।
पुलिस को यह समझने में देर नहीं लगी कि यह सारा खेल भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। सूत्रों की मानें तो अब पुलिस ने लेखराज के बैंक खाते से किस-किस के बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ है, उसके बारे में पूरी डिटेल बैंक से मांगी है। हैरान करने वाली बात है कि 5 वर्ष में जिस व्यक्ति ने एक ही खच्चर के सहारे डेढ़ करोड़ से अधिक का काम कर लिया वह वर्तमान में भी बीपीएल परिवार की सूची में शामिल है। खैर अब पुलिस के निशाने पर वे 5 लोग भी आ गए हैं जिनका नाम इस शिकायत पत्र में शामिल है। पुलिस थाना प्रभारी तीसा अशोक कुमार का कहना है कि पुलिस इस पूरे मामले की गहनता के साथ जांच करने में जुटी हुई है। जल्द ही कुछ और चौकाने वाले खुलासे हो सकते है।