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HPSEBL EMPLOYEES: हिमाचल में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों और इंजीनियरों ने किया बड़ा ऐनाल, अब सिर्फ इतने घंटे काम करेंगे कर्मचारी

HPSEBL EMPLOYEES: फोटो: PGDP

​Himachal News: शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बिजली बोर्ड (Electricity Board) के विभिन्न श्रेणियों के पदों को प्रदेश सरकार ने खत्म कर दिए हुए है। नई भर्तियां (New Recruitments) न होने समेत अन्य मांगों को लेकर नाराज चल रहे कर्मचारियों (Employees) ने प्रदेश सरकार (State Government) के खिलाफ अब मोर्चा खोल दिया हुआ है। पूरे प्रदेश में कर्मचारी सरकार का विरोध कर रहे है। अब हिमाचल प्रदेश में बिजली बोर्ड कर्मचारियों और इंजीनियरों (Engineers) ने अब वर्क टू रूल (Work to Rule) के तहत काम करने का बड़ा ऐलान किया हुआ है। ऐसे में बिजली बोर्ड के कर्मचारी अब नियमों (Rules) के अनुसार सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक ही अपनी सेवाएं देंगे।

कितने बजे तक काम करेंगे कर्मचारी

इसके बाद अगर बिजली सप्लाई (Electricity Supply) को लेकर इमरजेंसी (Emergency) पड़ती है, तो अब ये कर्मचारी काम में सरकार का सहयोग नहीं करेंगे। ऐसे में इमरजेंसी सेवाएं (Emergency Services) न मिलने से आम लोगों की मुश्किलें (Difficulties) बढ़ने वाली हैं। यही नहीं, आज बिजली बोर्ड कर्मचारियों, इंजीनियरों और पेंशनरों (Pensioners) की हमीरपुर (Hamirpur) में पहली जिला पंचायत (District Meeting) भी होने जा रही है, जिससे कर्मचारियों का सरकार के खिलाफ गुस्सा फूटने वाला है। अगर बिजली बोर्ड में अब भी युक्तिकरण (Rationalization) की प्रक्रिया को नहीं रोका गया, तो 24 फरवरी को बिजली बोर्ड कर्मचारी सामूहिक छुट्टी (Mass Leave) पर जाने का भी ऐलान कर सकते हैं।

क्या होता है वर्क टू रूल?

वर्क टू रूल (Work to Rule) एक प्रकार का विरोध (Protest) होता है, जिसमें कर्मचारी केवल अपने अनुबंध (Contract) में निर्धारित नियमों (Regulations) के तहत ही कार्य करते हैं और किसी भी अतिरिक्त या अनौपचारिक काम से इनकार कर देते हैं। यानी कर्मचारी वही काम करते हैं, जो उनके अनुबंध में स्पष्ट रूप से लिखा होता है, बिना किसी अतिरिक्त प्रयास (Extra Effort) के। इसके अलावा, कर्मचारी कोई अतिरिक्त कार्य (Additional Work) नहीं करते, जिससे उत्पादन (Production) या सेवा (Service) की गति धीमी हो सकती है। यह आमतौर पर कानूनी रूप से स्वीकार्य (Legally Acceptable) होता है, क्योंकि कर्मचारी हड़ताल (Strike) पर नहीं जाते, बल्कि केवल नियमों का पालन (Rule Compliance) करते हैं। ऐसे में बिजली बोर्ड में कर्मचारी सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जताने के लिए वर्क टू रूल तहत ही सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही अपनी सेवाएं देंगे।

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