EPFO New Update: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ ने कुछ मामलों में ऑनलाइन ट्रांसफर क्लेम को सरल बनाने के लिए बड़ा सुधार किया हुआ है यह तमाम कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खबर हो सकती है तो आज हम आपके द्वारा ऑनलाइन ट्रांसफर क्लेम में किए गए बदलावों के बारे में पूरी देने जा रहे हैं । ट्रांसफर प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी वही आपको बता दें की ट्रांसफर करने में हो रही तेरी कट जाएगी और दक्षता बढ़ाने उम्मीद है कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ में नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों को बड़ी राहत देने में यह कदम उठाया हुआ है ।
आपको बता दें कि यह काम आधार से अन्य डॉक्यूमेंट की मदद से पूरा हो सकेगा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अक्सर अपने नियमों में बदलाव करता है ताकि सदस्यों को आसान और सरल मिल सके इसी तरह ईपीएफओ ने ट्रांसफर नियमों में भी बदलाव किया हुआ अब कर्मचारी आसानी से खुद ही अपनी इपीएफ अकाउंट को ट्रांसफर कर सकते हैं। दरअसल आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ताज बदलाव के तहत ईपीएफओ ने नौकरी बदलने पर प्राइवेट फंड के ट्रांसफर करने को बेहद आसान बना दिया हुआ है अब नौकरी बदलने पर अब मेंबर्स को पूर्ण या नया एंप्लॉई के जरिए प्राइवेट फंड ट्रांसफर करने के नियम को खत्म कर दिया गया है।
विशेषता | विवरण |
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तुरंत ट्रांसफर | कुछ मामलों में नियोक्ता के हस्तक्षेप की आवश्यकता को समाप्त करके, ट्रांसफर प्रक्रिया में तेजी आएगी। |
सुविधाजनक मैनेजमेंट | सदस्यों के पास ईपीएफओ पोर्टल पर सीधे ट्रांसफर की क्षमता होगी। |
बेहतर ट्रांसपैरेंसी | सरल प्रक्रिया स्पष्टता को बढ़ावा देगी और नियोक्ताओं पर निर्भरता कम करेगी। |
विशेषता | विवरण |
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नियोक्ताओं का दखल | 1 अक्टूबर, 2017 के बाद आवंटित यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से जुड़े और आधार से जुड़े सदस्य आईडी के लिए, नियोक्ता का हस्तक्षेप अब आवश्यक नहीं है। |
आधार से जुड़े कई UAN के बीच ट्रांसफर | 1 अक्टूबर 2017 के बाद जारी किए गए, लेकिन एक ही आधार से जुड़े कई यूएएन से संबद्ध सदस्य आईडी के बीच ट्रांसफर के लिए, एक सरल प्रक्रिया लागू है। |
कौन से अकाउंट किए जाएंगे ट्रांसफर?
1 अक्टूबर, 2017 से पहले जारी किए गए UAN से जुड़े सदस्य आईडी और आधार से जुड़े अकाउंट के बीच ट्रांसफर के लिए एक सुव्यवस्थित प्रक्रिया लागू है। हालांकि, इस प्रक्रिया का पालन करने के लिए, दोनों अकाउंट में सदस्य का नाम, जन्म तिथि (Date of Birth) और जेंडर (Gender) समान होना चाहिए। अगर किसी सदस्य के पास अलग-अलग UAN से जुड़े कई आईडी हैं, तो ट्रांसफर केवल तब संभव होगा जब कम से कम एक UAN 1 अक्टूबर, 2017 से पहले जारी किया गया हो और वह आधार नंबर से जुड़ा हो। यह प्रक्रिया तभी लागू होगी जब नाम, जन्म तिथि और जेंडर सभी सदस्य आईडी में समान हों, ताकि ट्रांसफर की प्रक्रिया सही तरीके से हो सके।
Aadhaar को EPFO खाते से लिंक करने का तरीका:
- EPFO ई-सेवा वेबसाइट पर जाएं
सबसे पहले EPFO की आधिकारिक ई-सेवा वेबसाइट पर जाएं। - UAN, पासवर्ड और कैप्चा के साथ लॉगिन करें
अब अपने UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर), पासवर्ड और कैप्चा का उपयोग करके अपने अकाउंट में लॉग इन करें। - ‘मैनेज’ मेनू पर जाएं और ‘KYC’ विकल्प चुनें
लॉगिन करने के बाद, ‘मैनेज’ मेनू पर जाएं और ‘KYC’ (Know Your Customer) विकल्प पर क्लिक करें। - आधार के लिए बॉक्स को चेक करें
यहां आपको आधार के लिए एक बॉक्स दिखाई देगा, उसे चेक करें। - आधार नंबर और नाम दर्ज करें
अब अपना 12 अंकों का आधार नंबर और आपके आधार कार्ड पर जो नाम है, वह दर्ज करें। - सत्यापन के लिए जानकारी सबमिट करें
जानकारी को सही से दर्ज करने के बाद ‘सेव’ बटन पर क्लिक करें। - UIDAI रिकॉर्ड के साथ क्रॉस-चेकिंग
आपके द्वारा दी गई जानकारी UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के रिकॉर्ड से क्रॉस-चेक की जाएगी। - सफलतापूर्वक आधार लिंक होना
वेरीफिकेशन (सत्यापन) के बाद, आपका आधार आपके EPF खाते से सफलतापूर्वक जुड़ जाएगा।