Mnrega Workers News: मनरेगा (MGNREGA) योजना में होने वाले फर्जीवाड़े (fraud) को रोकने के लिए सरकार ने एमएमएस (MMS) सिस्टम को अपडेट किया है। इस अपडेट के बाद श्रमिकों (workers) को एमएमएस सिस्टम के सामने अपनी पलकें झपकानी होगी। नया अपडेटेड वर्जन (updated version) मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (mobile monitoring system) के माध्यम से श्रमिकों की उपस्थिति (attendance) दर्ज करेगा। इस नए सिस्टम से अब फर्जीवाड़ा (fraud) करना लगभग असंभव हो जाएगा। इस प्रक्रिया में पनिश आर्मी (punish army) को शामिल किया गया है, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि श्रमिकों की आंखें झपकें।
आंखें नहीं झपकाने पर क्या होगा?
अगर श्रमिक अपनी आंखें (eyes) नहीं झपकाते, तो उनका फोटो उपस्थिति कॉलम (attendance column) में अपलोड नहीं होगा। इस सिस्टम (system) के पहले के वर्जन में, एक श्रमिक दूसरा श्रमिक भेजकर उपस्थिति दर्ज करवा सकता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। फेस रीडिंग (face reading) तकनीक के द्वारा, अगर कोई अन्य व्यक्ति उपस्थिति दर्ज करने आएगा, तो मनरेगा (MNREGA) योजना में उसका दिन (day) का हाजिरी नहीं गिना जाएगा। राजस्थान (Rajasthan) के सभी जिलों में यह एमएमएस (MMS) सिस्टम लागू कर दिया गया है।
गड़बड़ी की आंशका होगी दूर
अब, मेट (Mate) द्वारा उपस्थिति दर्ज करते समय जो फोटो क्लिक की जाएगी, उसमें सामने खड़े श्रमिकों (workers) के सिर की गिनती (counting) ऐप के माध्यम से की जाएगी। यदि ऐप (app) और दर्ज की गई उपस्थिति में कोई अंतर (difference) पाया जाता है, तो फोटो सेव नहीं होगी। इसके अलावा, आंखों की झपकने (eye blinking) की प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया गया है। अगर फोटो क्लिक करने के दौरान किसी भी श्रमिक (worker) की आंखों (eyes) की झपकन नहीं होगी, तो वह फोटो अपलोड नहीं हो पाएगी। इससे गड़बड़ी (mismatch) की आंशका पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाने के लिए राष्ट्रीय मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अब इस सिस्टम के वर्जन को कुछ अपडेट किया गया है और अपडेट वर्जन में कुछ बदलाव हुए हैं, उन्हीं बदलावों के तहत अब मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगेगी।