UPSC Success Story: DU से ग्रेजुएट, फिर छोड़ी दी नौकरी; थर्ड अटेम्प्ट में बिना कोचिंग बनीं IAS
न्यूज हाइलाइट्स
UPSC Success Story: हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) में शामिल होते हैं, लेकिन सफलता का प्रतिशत केवल 1% ही रहता है। इसमें से कई उम्मीदवार कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद असफल रह जाते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह परीक्षा की तैयारी की सही रणनीति की कमी है। UPSC परीक्षा को सेल्फ स्टडी (Self study for UPSC exam) के माध्यम से भी क्रैक किया जा सकता है। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग (Engineering from Delhi Technological University) में ग्रेजुएशन करने वाली सरजना यादव (Sarjana Yadav) इसकी मिसाल हैं। सरजना ने बिना कोचिंग के 2019 में UPSC में ऑल इंडिया 126वीं रैंक (All India 126th Rank) हासिल की। उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान सेल्फ स्टडी और अनुशासन को प्राथमिकता दी।
UPSC की तैयारी के लिए कोचिंग लेना उम्मीदवार (Candidates taking coaching) की इच्छा पर निर्भर करता है। सरजना के अनुसार, अगर किसी को लगता है कि क्लासरूम का माहौल बेहतर परिणाम दे सकता है, तो कोचिंग (coaching) ली जा सकती है। लेकिन अगर आप अपनी पढ़ाई के प्रति अनुशासित और ईमानदार हैं, तो सेल्फ स्टडी एक बेहतर विकल्प (Self study is a better option) है। सरजना का कहना है कि तैयारी के लिए सीमित लेकिन महत्वपूर्ण किताबों को बार-बार पढ़ना चाहिए। विषयों को लेकर कोई भी शंका गूगल पर मौजूद वीडियो और ट्यूटोरियल के जरिए दूर की जा सकती है।
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