Himachal Teachers Transfer ll हिमाचल में टीचरों की ट्रांसफर पर लगी रोक, नहीं होंगे करीब 80 हजार शिक्षकों के तबादले

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Himachal Teachers Transfer ll ​शिमला: हिमाचल प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता  (quality) सुधारने के लिए सरकार ने कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। सरकारी स्कूलों (government schools) में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए अब शैक्षणिक सत्र में शिक्षकों के तबादलों पर रोक लगा दी गई है।यह निर्णय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (chief minister Sukhvinder Singh Sukkhu) की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।इसके अनुसार अब शिक्षा विभाग में हर साल शैक्षणिक सत्र ( educational session) के अंत में शिक्षकों का तबादला किया जाएगा।मंत्रिमंडल ने स्कूलों में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए शून्य छात्र संख्या वाले 99 स्कूलों को बंद करने का भी निर्णय लिया।यहां 89 सरकारी प्राथमिक विद्यालय (primary school) और 10 माध्यमिक विद्यालय हैं जिनमें कोई छात्र नहीं है।इसी प्रकार, मंत्रिमंडल ने 2 किलोमीटर की परिधि में स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालयों तथा 3 किलोमीटर की परिधि में स्थित सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को 5 या इससे कम विद्यार्थी संख्या वाले विद्यालयों (schools) के साथ विलय करने को मंजूरी दे दी है।

स्थानांतरण में कितना समय लगता है?

राज्य में शिक्षा विभाग सबसे अधिक प्रभावित है।शिक्षा निदेशालयों से लेकर सचिवालय (secretariat) तक शिक्षक तबादलों की फाइलें लेकर घूमते नजर आ रहे हैं।मुख्यमंत्री के आदेश पर साल में कुछ महीनों के लिए तबादलों पर प्रतिबंध रहता है।इसे देखते हुए सरकार ने शिक्षकों के लिए स्थानांतरण (planning) नीति बनाने का निर्णय लिया है, जो फिलहाल फाइलों में बंद है।इसे देखते हुए अब निर्णय लिया गया है कि स्थानांतरण नीति पर अंतिम निर्णय होने तक शैक्षणिक सत्र से शिक्षकों का स्थानांतरण न किया जाए, ताकि स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।हालांकि, सरकार चिकित्सा आधार (health based या अन्य अत्यावश्यक कारणों से स्कूलों में छुट्टियों के दौरान शिक्षकों के स्थानांतरण पर विचार कर सकती है।

हिमाचल में शिक्षकों की संख्या करीब 80 हजार है।इनमें 16 हजार से अधिक जेबीटी, लगभग 18 हजार टीजीटी, 8 हजार लेक्चरर, 12 हजार स्कूल न्यू लेक्चरर, 800 हेडमास्टर, 2 हजार प्रिंसिपल (principal) तथा लगभग 16 हजार सीएंडवी हैं।जिसे अब शैक्षणिक सत्र में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।हिमाचल राजकीय शिक्षक संघ (एचपीजीटीए) ने इस निर्णय का स्वागत किया है।उन्होंने कहा है कि विशेष परिस्थितियों में शिक्षकों के स्थानांतरण (transfer) के संबंध में छूट दी जानी चाहिए।

शिक्षक भी छात्रों को पढ़ाएंगे

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक और केंद्र प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापक और प्रिंसिपल समेत सभी शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे। मंत्रिमंडल ने सभी स्कूलों में राष्ट्रगान (National enthom) के साथ सुबह की सभा आयोजित करने और हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में रोजाना राष्ट्रीय ध्वज फहराने का भी फैसला किया है।सभी स्कूलों में शारीरिक शिक्षा एक अनिवार्य दैनिक पीरियड होगी तथा स्वास्थ्य एवं आयुष विभागों के सहयोग (help) से सीपीआर और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण (training) भी प्रदान किया जाएगा।

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