Business Loan : बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार देगी 25 लाख रुपए तक का अनुदान, यहाँ करें आवेदन

Last Updated:
न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Business Loan : भारत सरकार कृषि क्षेत्र में नए Business को लगाने पर जोर दे रही है ताकि किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सके, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को विकास से जोड़ने और स्थानीय रोजगार सृजन करने का लक्ष्य है। इसके लिए सरकार इच्छुक युवाओं और उद्यमियों को भारी अनुदान और कम ब्याज दरों पर बैंक ऋण दे रही है। यही कारण है कि अगर आप अपने Business आइडिया से स्वयं का उद्यम शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यह ठीक समय है। केंद्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में एग्री Business इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) स्थापित करने के लिए सरकार अनुदान देने जा रही है। ऐसे में, अगर आपके पास कोई कृषि या कृषि से संबंधित उद्यम करने का विचार है, तो आप एचएयू में स्थित एबिक से 25 लाख रुपए तक का अनुदान पा सकते हैं। इसके लिए सिर्फ 10 सितंबर तक हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.hau.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आइए जानें कि आवेदन कैसे और कहां करें?  

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कांबोज (Vice Chancellor Prof. BR Kambo)  ने बताया कि इस सेंटर के माध्यम से युवा छात्रों, किसानों, महिलाओं और उद्यमियों को मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाईसेंसिंग, ट्रेडमार्क और पेटेंट के बारे में प्रशिक्षण मिल सकता है, जो कृषि क्षेत्र में उनके स्टार्टअप को नया आयाम देगा। इसके लिए तीन कार्यक्रम शुरू किए गए हैं: “छात्र कल्याण प्रोग्राम”, “पहल” और “सफल-2024″। केन्द्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में स्थापित एग्री Business इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) के माध्यम से कृषि से संबंधित Business करने वालों को 25 लाख रुपये तक की अनुदान राशि दी जा रही है। एचएयू में स्थित एबिक इस अनुदान राशि को एक प्रक्रिया के तहत प्रदान करेगा।

यह विद्यार्थियों को उद्यमी बनाने में मदद करेगा। (It will help students to become entrepreneurs)

तीन प्रोग्राम शुरू किए गए हैं, विश्वविद्यालय के कुलपित प्रो. बी. आर. कांबोज ने बताया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को उद्यमी बनने में मदद करेगा क्योंकि यह पहली बार शुरू किया गया है। केन्द्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय ने पिछले पांच वर्षों में 65 स्टार्टअप्स को लगभग 7 करोड़ रुपये की धनराशि दी है।

इन तीन योजनाओं में एकमुश्त अनुदान राशि दी जाएगी (Lump sum grant amount will be given under these three programs)।

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हिसार) के कुलपति प्रो. बी. आर. कांबोज ने कहा कि विद्यार्थी ही छात्र कल्याण प्रोग्राम में आवेदन कर सकते हैं। चयनित विद्यार्थी को एक महीने का प्रशिक्षण और चार लाख रुपये तक की एकमुश्त अनुदान राशि दी जाएगी। पहल कार्यक्रम में चुने गए उम्मीदवारों को पांच लाख रुपये तक की अनुदान राशि और एक महीने का प्रशिक्षण मिलेगा। चयनित उम्मीदवार को राशि एक बार में दी जाएगी। सफल प्रोग्राम से चुने गए उम्मीदवारों को 25 लाख रुपये तक की अनुदान राशि और एक महीने का प्रशिक्षण मिलेगा। चयनित उम्मीदवार को यह राशि दो बार दी जाएगी। 

यहाँ आवेदन करना होगा  (You will have to apply here)

भारत सरकार और विश्वविद्यालय की इस योजना का लाभ लेना चाहने वाले युवा या उद्यमी www.hau.ac.in पर 10 सितंबर, 2024 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, एक विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया। एचएयू की नि:शुल्क वेबसाइट www.hau.ac.in पर आवेदक को अपनी कल्पना को ऑनलाइन सबमिट करना होगा। यूनिवर्सिटी की वैज्ञानिक और इंक्युबेशन कमेटी इसके बाद एक महीने के प्रशिक्षण के लिए आइडिया को चुनेगी। भारत सरकार द्वारा गठित एक कमेटी एक महीने के प्रशिक्षण के बाद आवेदक का विचार प्रस्तुत करेगी. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा अनुदान राशि स्वीकृत की जाएगी।  विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि प्रशिक्षित युवा दूसरों को रोजगार दे सकते हैं, साथ ही 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान राशि महिलाओं को दे सकते हैं। Startups इस सेंटर के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। भारत सरकार ने महिला उद्यमियों को 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान देने का निर्णय लिया है।

किसानों और अन्य लोगों को रोजगार अवसर  (Employment opportunities for farmers and other people)

वकील ने कहा कि कृषि क्षेत्र में व्यापार की अनगिनत संभावनाओं को खोजने के लिए युवा विद्यार्थी, किसान, महिला और उद्यमी एबिक सेंटर के माध्यम से प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, सर्विसिंग, पैकेजिंग और ब्रांडिंग कर सकते हैं। इन तीनों योजनाओं से वे खुश हो जाएंगे।  इस सेंटर से जुड़े युवा किसानों और उद्यमियों ने न केवल अपनी कंपनी का टर्नओवर करोड़ों रुपये तक बढ़ाया है, बल्कि दूसरों को नौकरी भी दी है।