No-1 Business idea || महज 500 रुपये से शुरू किया ये शानदार बिजनेस, अब हर महीने कमाते हैं 1 लाख रुपये

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

No-1 Business idea ||  भारत में मुर्गी पालन का उद्योग (industry) आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व ही शुरू हो चुका था। मुर्गी पालन मौर्य साम्राज्य का एक प्रमुख उद्योग था। हालांकि इसे 19वीं शताब्दी से ही वाणिज्यिक उद्योग के रूप में देखा जाने लगा था। मुर्गी पालन में मुर्गियों की विभिन्न प्रकार की नस्लों का पालन कर उनके अंडे एवं चिकन का व्यवसाय (business) किया जाता है।

मुर्गी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो आपकी आय का अतिरिक्त साधन बन सकता है यह व्यवसाय बहुत कम लागत में शुरू किया जा सकता है और इसमें मुनाफा (लाखों-करोड़ो) भी काफी ज्यादा है देश में रोजगार (employment) तलाश रहे युवा इसे रोज़गार के तौर पर अपना सकते हैं… पिछले चार दशकों में मुर्गीपालन ब्यवसाय (business) क्षेत्र में शानदार विकास के बावजूद, कुक्कुट उत्पादों की उपलब्धता तथा मांग में काफी बड़ा अंतर है।

गांव के हर घर में लोग स्थानीय मुर्गियां (hens) पालते थे. जिसकी आवाज से लोग जाग जाते थे, लेकिन धीरे-धीरे स्थानीय मुर्गों की संख्या कम होने लगी और यह विलुप्त होने लगी। लेकिन अब लोग फिर से फार्म बनाकर देशी मुर्गियां पालने लगे हैं.ऐसे ही एक शख्स हैं संजय कुमार.500 देसी मुर्गियों से शुरुआत करने वाले संजय आज एक सफल पोल्ट्री फार्मर (successful politry farmer) बन गए हैं. वह देसी चिकन, देसी अंडे और बेबी मुर्गियां भी बेचते हैं। वह प्रति माह 1 लाख रुपये कमाते हैं।

संजय ने बताया कि बॉयलर मुर्गा तेजी से बढ़ता है.देसी चिकन को थोड़ा ज्यादा समय लगता है क्योंकि इसे बड़ा होने में 60 से 80 दिन का समय लगता है. लेकिन बाजार में बॉयलर चिकन 170 से 180 रुपये प्रति किलो (per kilogram ) बिकता है. इसलिए स्थानीय चिकन बाजार में यह 300 से 350 किलोग्राम के बीच बिकता है। क्योंकि दोनों मुर्गों के मांस के स्वाद में काफी अंतर होता है. लेकिन अधिकांश घरेलू मुर्गीपालक इसका उपयोग करते हैं।बाजार में लोग देसी मुर्गे का मांस (meat)  पसंद करते हैं क्योंकि देसी मुर्गे के मांस का स्वाद बॉयलर मुर्गे के मांस से बेहतर होता है। सिर्फ 500 रुपये से शुरू किया ये शानदार बिजनेस (beautiful business) , अब हर महीने कमाएं 1 लाख रुपये जब हमने मुर्गी पालन शुरू किया तो 500 मुर्गियों से शुरुआत की। हमारे पास हमेशा लगभग 5000 मुर्गियाँ होती हैं। इस सीजन में बहुत सारी मुर्गियां बाहर आई हैं.बातचीत के दौरान संजय राम ने बताया कि हम लोग 3 साल से मुर्गी पालन का काम कर रहे हैं.फिलहाल हमारे पास 1000 मुर्गियां हैंl

वहाँ 200 मुर्गियाँ अंडे दे रही हैं। हम प्रतिदिन  (everyday) मुर्गी अंडे के 100 टुकड़े बेचते हैं। जबकि हम 100 अंडे के टुकड़ों से एक बच्चा तैयार करते हैं. 21 दिन में 1000 बच्चे तैयार हो जाते हैं. हम हर दिन 10 रुपये प्रति पीस के हिसाब से 100 देसी चिकन अंडे बेचते हैं। चिकन, अंडे और मुर्गे से हम हर महीने करीब 1 लाख रुपये  (one lakh rupees)कमाते हैं.उन्होंने कहा कि हम एक महीने में करीब 40 से 50 हजार रुपये के मुर्गियां बेच लेते हैंl