Success story || माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को छोड़कर युवक ने बना दी Dream11 ऐप, जहां से आज लाखों लोग जीत रहे करोड़ो रूपये

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न्यूज हाइलाइट्स

सारांश:

Success story ||  आज के समय में अगर आप पैसा कमाना ( earn money)चाहते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो कई प्रकार के बिजनेस आईडियाज ( business Idea)मौजूद है। सिर्फ इस बात की दरकार है कि उस आइडिया को पहचानने की और उस अपॉर्चुनिटी( opportunities )को पहचान कर आप उसे कैसे इंप्लीमेंट (implement)करते हैं। आज की एक कहानी ऐसी है जो आपको मोटिवेट (motivate)करेगी और अगर आप क्रिकेट प्रेमी(cricket fans)है तो आप जानते ही होंगे dream11 एप के बारे में।  आपने कई बार अपने घर के बड़े-बुजुर्गों से एक बात ज़रूर सुनी होगी कि “पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब”। 

लेकिन आज अगर मैं आपसे कहूं की खेलने-कूदने से करियर (carrier)खराब होता है, तो शायद ही आप हमारी  बात से सहमत होंगे। जितना एक दो दशक पहले सहमत होते थे, इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है कि आज हमारे आस-पास कई ऐसे उदाहरण मौजूद हैं, जिनके पास खेल की बदौलत एक शानदार करियर और बहुत ही शानदार जीवन (life style)है।

अब समय इतना बदला है कि खेलने वाले तो छोड़िए, अब तो खेल खिलाने वाले लोग भी करोड़ों (crores)रुपये कमा रहे हैं। कुछ ऐसा ही कारनामा और नाम कर दिखाया Dream11 के फाउंडर और CEO हर्ष जैन ने। उन्होंने समय रहते खेल के महत्व को समझ लिया था और देखते ही देखते खेल-खेल में एक यूनिकॉर्न कंपनी (unicorn) बना डाली।  मूलरूप से मुंबई में जन्में हर्ष को बचपन से ही खेलों में शौक था। 2008 में IPL शुरू होने के कारण हर्ष को एक उम्मीद और अपॉर्चुनिटी (opportunities) दिखी और उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस सपने को बिज़नेस में बदल लिया।

आज आपको रूबरू करवा रहे है Dream11 के फाउंडर हर्ष जैन से

सुप्रसिद्ध गेमिंग एप Dream11 के फाउंडर हर्ष जैन का जन्म 1986 में महाराष्ट्र के मुंबई (Mumbai)में हुआ था। उनके पिता आनंद जैन, Jai Corp Ltd. के चेयरमैन हैं और उनकी माँ का नाम सुषमा जैन है। हर्ष की स्कूली शिक्षा मुंबई में ही हुई, उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका चले गए। अमेरिका  (America) में हर्ष ने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय  से 2007 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की और 2014 में कोलंबिया बिज़नेस स्कूल से MBA की पढ़ाई पूरी की। हर्ष अमेरिका में भी अपनी खेलकूद की रुचि ( playing interest) को नहीं भुला पाए, आगे चलकर उनकी यह रुचि और खेल के प्रति जुनून पहचान बन गयी।

माइक्रोसॉफ्ट में की जॉब

पढ़ाई पूरी करने के बाद हर्ष ने सबसे पहले 2006 में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) जैसी दिग्गज कंपनी जॉइन की और वहां 3 महीने की इंटर्नशिप की। उसके बाद वह भारत लौट आये और 2007 में अपने पिता की कंपनी को जॉइन किया, पिता की कंपनी में हर्ष ने मार्केटिंग मैनेजर ( marketing manager) के रूप में 1 साल काम किया।

कैसे आया Dream11 का आईडिया

जैसा की हमने आपको पहले ही बताया कि हर्ष जैन को बचपन से ही खेल में विशेष रूचि थी, इसी से इन्हें नए स्टार्टअप को शुरू करने का आईडिया आया। इसी दौरान 2008 में भारत में IPL शुरू हुए थे, क्रिकेट का ये नया फॉर्मेट लोगों को बहुत पसंद आया। उसी समय हर्ष ने अपने दोस्त भावित शेठ के साथ मिलकर फैंटेसी स्पोर्ट्स ऐप (fentecye support aap) बनाने का फैसला किया और यह कमाल भी कर गया जिसने आज अरबों की कंपनी बना डाली। जैसा कि सभी को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पैसों की जरूरत होती है हर्ष को भी उसी राह से गुजरना पड़ा।फंडिंग के लिए हर्ष अपना आईडिया लेकर 150 लोगों के पास गए लेकिन उन्हें कहीं से भी सफलता नहीं मिली। उसके बाद उन्हें कलारी कैपिटल (kalari capital) से फंडिंग मिली और Dream11 नाम से यह ऐप बनकर तैयार हुआ जो आज हर किसी की ज़ुबान पर है।

2019 में ड्रीम11 एक अरब डॉलर की वैल्यूएशन  valuation के साथ एक यूनिकॉर्न बन गयी, यह यूनिकॉर्न बनने वाली भारत की पहली गेमिंग कंपनी थी। इसके अलावा 2020 में Dream11 को IPL की स्पॉन्सरशिप मिली, आज यह कंपनी इंडियन क्रिकेट टीम की जर्सी को भी स्पॉन्सर करती है। आज Dream11का कारोबार 64 हजार करोड़ का है यानि कि यह कंपनी 64 हज़ार करोड़ की बन गयी है। इसके साथ ही हर्ष 2010 में शुरू हुई सोशल मीडिया एजेंसी रेड डिजिटल (Red Digital) के को – फाउंडर भी हैं। अपने हर्ष की सफलता की कहानी से समझ लिया होगा कि एक छोटा आइडिया भी आपको कहां से कहां पहुंचा सकता है। हर्ष की सिर्फ खेल में रुचि होने की वजह से उन्होंने dream11 का निर्माण किया आज वह 64000 करोड़ की कंपनी के मालिक हैं और साथ ही साथ अन्य व्यवसाय भी वह चलते हैं। तो दोस्तों इस तरह की कई और प्रेरणादायक सफल लोगों से हम आपको मिलाते रहेंगे।